भारतीय किशोर सौतेली बहन और सौतेला भाई चुपके से निषिद्ध आनंद में लिप्त जब उनके माता-पिता दूर हैं । वह बेसब्री से उसकी धड़कती मर्दानगी के हर इंच की पड़ताल, जबकि वह उसे नाजुक पंखुड़ियों का स्वाद लेकर पारस्परिक रूप से.उनका चंचल मज़ाक एक गर्म, तीव्र मुठभेड़ में बढ़ जाता है.